झारखंड से 2014 में बने सांसदों की साल में औसत कमाई 39 लाख रुपए
झारखंड के 14 संसदीय क्षेत्र से 2014 में चुने गए सांसदों की खुद की सालाना औसत आय 39 लाख रुपये है। यह मूल्यांकन एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने अपनी नवीनतम सर्वे रिपोर्ट में जारी की है। इस आधार पर झारखंड के सांसदों का देश में सातवां स्थान है। सर्वाधिक कमाई चंड़ीगढ़ के एक सांसद की है। वह साल में औसत 1.72 करोड़ रुपये कमाते हैं।
झारखंड के 14 सांसदों की वार्षिक औसत आय 39,07,318 रुपये है। देश में सांसदों की कमाई के औसत में इनका सातवां स्थान है। राज्य के सभी सांसदों ने अपनी आय का विवरण दिया है। झारखंड से अधिक आंध्रप्रदेश, ओड़िशा, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के सांसद कमाते हैं। एडीआर ने यह रिपोर्ट देश के 479 सांसदों के विवरण का अध्ययन करने के बाद तैयार की है। आय का ब्योरा पांच सांसदों ने उपलब्ध नहीं कराया। पड़ोसी राज्य बिहार के 37 सांसदों की औसत आय 13 लाख रुपये निकली है। कमाई के हिसाब से यहां के सांसद 20वें पायदान पर हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के सात सांसदों की खुद की कमाई 24 लाख रुपये औसत आई है।
आंध्रप्रदेश की सबसे अधिक, गोवा की सबसे कम: सांसदों की औसत कमाई के मामले में आंध्रप्रदेश अव्वल है। आंध्रप्रदेश के 19 सांसदों की औसत सालाना निजी आय 1,05,91,845 रुपये है। ओड़िशा के 15 सांसदों का दूसरा स्थान है। इनकी औसत वार्षिक आय 68,80,567 रुपये है। 59,50,449 रुपये की कमाई के साथ तीसरे स्थान पर गुजरात है। यह 24 सांसदों के आधार पर निकाली गई औसत आय है। इसी प्रकार चौथे पायदान पर 51.40 लाख रुपये की औसत आय पर पंजाब है। इस राज्य के 13 सांसदों ने कमाई का हिसाब दिया है। हरियाणा के 10 सांसदों का छठा स्थान है। इनकी आय का औसत करीब 42.64 लाख रुपये है। देश में सबसे कम गोवा के दो सांसद की औसत आय पांच लाख रुपये सालाना आयी है। इससे थोड़ा अधिक छह लाख रुपये की आय मेघालय और अंडमान व निकोबार के एक-एक सांसद की है।
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