बराकर में दो समुदायों में हिंसक झड़प, पथराव और लाठीचार्ज
झारखंड-बंगाल सीमा पर बराकर में सोमवार की शाम पांच बजे रामनवमी पर निकाले गए जुलूस के दौरान दो समुदायों में हिंसक झड़प हो गई। दोनों ओर से पथराव के दौरान करीब दो घंटे तक बराकर रणक्षेत्र में तब्दील रहा। भगदड़ मच गई। दोनों पक्षों से एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। कई पुलिस अधिकारी भी चोटिल हुए हैं। कई चक्रों में पथराव और मारपीट हुई। उपद्रवियों ने कई दुकानों और वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की। उपद्रवियों से निबटने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
झड़प के दौरान उपद्रवियों ने टायर जला कर रोड जाम कर दिया। इसी दौरान एक स्कूटर और एक टेंपो को फूंक डाले। अघोषित कर्फ्यू का माहौल उत्पन्न हो गया। हालात को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में रेपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी है। पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई। हालात पर नजर रखने के लिए आसनसोल के डीएम सशांक सेठ और पुलिस कमिश्नर कैंप किए हुए थे। घटना के बाद बराकर-चिरकुंडा पुल मार्ग पर आवाजाही बंद हो गई। कुल्टी, सीतारातपुर और आसनसोल रेलवे स्टेशन पर भी अफरातफरी का माहौल बना रहा।
कैसे बिगड़े हालात
रामनवमी पर स्थानीय कमेटी की ओर से मारवाड़ी विद्यालय गोशाला (बराकर) से करीब दो हजार की संख्या में लोग जुलूस की शक्ल में नियामतपुर जा रहे थे। बराकर में ही जुलूस के अंतिम छोर पर शामिल लोगों पर किसी ने कोल ड्रिंक्स फेंक दिया। इसके बाद विवाद शुरू हो गया। दोनों समुदायों से लोग जुट गए और जमकर पथराव व मारपीट हुई। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव की गई। कुछ पुलिस घायल हो गए। गुस्सायी पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तीतर-बितर कर दिया।
चिरकुंडा में फ्लैग मार्च
बराकर में हुई हिंसक झड़प को देखते हुए धनबाद से अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती चिरकुंडा में की गई। बराकर पुल पर विशेष नजर पुलिस की थी। एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा और बीडीओ अनंत कुमार के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई।
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