झाविमो से जुड़े प्रवीण सिंग, कहा- अर्जुन मुंडा की जीत जरूरी








झाविमो के पूर्व महासचिव सह पूर्व विधान पार्षद प्रवीण सिंह पार्टी के सक्रिय सदस्य के रूप में चार साल बाद फिर से जुड़ गए। शुक्रवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि 2015 में उन्होंने राज्य में बेहतर नेतृत्व की कमी को देखते हुए पार्टी के महामंत्री पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया था।


झाविमो से जुड़ने के बाद प्रवीण सिंह पहले ही दिन रोचक बयान देकर चर्चा में आ गए। उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी, सुबोधकांत सहाय, शिबू सोरेन के साथ-साथ भाजपा के खूंटी प्रत्याशी अर्जुन मुंडा का भी चुनाव जीतना जरूरी है। इन सभी के जीतने के बाद ही झारखंड को बचाया जा सकता है। विकास की गति दोगुनी की जा सकती है।


करीब चार साल पार्टी से दूर रहे: करीब चार साल पार्टी से दूर रहने के बाद वे लोकसभा व विधानसभा चुनाव से पहले सक्रिय हुए हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें लगता है कि राज्य में अब बाबूलाल मरांडी जैसे कुशल नेतृत्व की जरूरत है। झारखंड को एक बेहतर नेतृत्व करने वाला मिल गया है। उन्होंने बताया कि लोकतांत्रिक मुद्दों की रक्षा करने के लिए वह झाविमो से दोबारा जुड़े हैं। वह पार्टी हित के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।


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